राजस्थान सरकार ने बेटियों को दी बड़ी सौगात , इन छात्राओं सरकार देगी लाखों रुपये Girls Scholarship 2025

राजस्थान सरकार द्वारा बालिकाओं के समग्र विकास और उनके अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए संचालित की जा रही लाडो प्रोत्साहन योजना में अब बड़ी खुशखबरी आई है। इस योजना के तहत मिलने वाली राशि को ₹1 लाख से बढ़ाकर ₹1.5 लाख कर दिया गया है। यह योजना बालिकाओं के जन्म से लेकर उनकी उच्च शिक्षा तक के विभिन्न चरणों में आर्थिक सहायता प्रदान करती है ताकि समाज में बालिकाओं के प्रति सकारात्मक सोच विकसित हो और बालिकाओं का स्वास्थ्य, शिक्षा एवं पालन-पोषण बेहतर हो सके।

इस लेख में हम आपको लाडो प्रोत्साहन योजना 2024-25 के संशोधित दिशा-निर्देश, पात्रता, किस्तों का विवरण, आवेदन प्रक्रिया और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां विस्तार से बताने जा रहे हैं। यह पूरी जानकारी राजस्थान सरकार के ऑफिशियल ऑर्डर पर आधारित है, इसलिए आप इसे विश्वसनीय मान सकते हैं।

लाडो प्रोत्साहन योजना क्या है?

लाडो प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य राजस्थान में बालिकाओं के जन्म के प्रति समाज में सकारात्मक सोच को बढ़ावा देना है। यह योजना बालिकाओं के स्वास्थ्य, शिक्षा, और समग्र विकास के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इसका लक्ष्य बालिकाओं के पालन-पोषण में होने वाले लिंग भेद को समाप्त करना, बालिकाओं की मृत्यु दर को कम करना, बाल विवाह की प्रवृत्ति को रोकना तथा उन्हें उच्च शिक्षा तक पहुंचाना है।

राजस्थान सरकार ने इस योजना को राज्य के सभी जिलों में लागू किया है और इसे पहले से अधिक प्रभावी बनाने के लिए अब आर्थिक सहायता की राशि को बढ़ाया है।

लाडो प्रोत्साहन योजना के तहत मिलने वाली राशि कितनी है?

पहले इस योजना के तहत ₹1 लाख की राशि मिलती थी, जिसे अब बढ़ाकर ₹1.5 लाख कर दिया गया है। यह राशि सात किस्तों में दी जाएगी, जो बालिका के जीवन के विभिन्न महत्वपूर्ण चरणों से जुड़ी हैं। यह भुगतान सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से किया जाएगा।

₹1.5 लाख किस्तों में कैसे मिलेगा?

  1. पहली किस्त: बालिका के जन्म पर ₹2,500।
  2. दूसरी किस्त: बालिका की एक वर्ष की आयु पूरी होने और सभी टीकाकरण कराने पर ₹2,500।
  3. तीसरी किस्त: बालिका के प्रथम कक्षा में प्रवेश लेने पर ₹4,000।
  4. चौथी किस्त: बालिका के कक्षा 6 में प्रवेश लेने पर ₹5,000।
  5. पांचवीं किस्त: कक्षा 10 में प्रवेश लेने पर ₹11,000।
  6. छठी किस्त: कक्षा 12 में प्रवेश लेने पर ₹25,000।
  7. सातवीं और अंतिम किस्त: स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण करने और 21 वर्ष की आयु पूरी होने पर ₹1,00,000 सीधे बालिका के खाते में।

पहली छह किस्तें बालिका के माता-पिता या अभिभावक के खाते में दी जाएंगी, जबकि अंतिम किस्त सीधे बालिका के बैंक खाते में जमा होगी।

लाडो प्रोत्साहन योजना की पात्रता क्या है?

इस योजना का लाभ पाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण पात्रता शर्तें हैं जो निम्नलिखित हैं:

  • प्रसूता (मां) राजस्थान की मूल निवासी होनी चाहिए।
  • बालिका का जन्म राजस्थान के सरकारी अस्पताल, राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त निजी अस्पताल या जननी सुरक्षा योजना (JSY) के तहत अधिस्वीकृत निजी चिकित्सा संस्थान में होना चाहिए।
  • बालिका का जन्म राजस्थान में होना आवश्यक है।

यदि बालिका का जन्म निजी अस्पताल में होता है, तो भी योजना के तहत उसे आर्थिक सहायता मिलेगी, बशर्ते वह अस्पताल जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत मान्यता प्राप्त हो।

लाडो प्रोत्साहन योजना के उद्देश्य

यह योजना केवल आर्थिक सहायता प्रदान करने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से कई सामाजिक और शैक्षिक लक्ष्यों को भी प्राप्त किया जाता है:

  • राज्य में बालिकाओं के जन्म के प्रति सकारात्मक सोच को बढ़ावा देना।
  • बालिकाओं के स्वास्थ्य और शिक्षा के स्तर में सुधार लाना।
  • बालिकाओं के प्रति लिंग भेदभाव को कम करना।
  • बालिकाओं की मृत्यु दर को घटाना।
  • बाल विवाह की प्रवृत्ति को रोकना।
  • बालिकाओं को उच्च शिक्षा तक पहुंचाना।

लाडो प्रोत्साहन योजना के तहत प्रक्रिया क्या है?

योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाई जाती है:

  1. गर्भवती महिला की एएनसी (ANC) जांच के दौरान उसकी राजस्थान की मूल निवासी होने का प्रमाण पत्र, बैंक खाता विवरण, जन आधार कार्ड आदि दस्तावेज एकत्रित किए जाते हैं।
  2. ये दस्तावेज चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा संधारित किए जाते हैं और पीसीटीएस (PCTS) सिस्टम में दर्ज किए जाते हैं।
  3. बालिका के जन्म की पुष्टि होने पर पहली किस्त सीधे माता या अभिभावक के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।
  4. योजना के तहत प्रत्येक किस्त के लिए आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत किए जाने के बाद संबंधित राशि डीबीटी के माध्यम से ऑनलाइन हस्तांतरित की जाती है।
  5. प्रत्येक बालिका को जन्म के समय एक यूनिक आईडी (PCTS ID) दी जाती है ताकि फर्जीवाड़े से बचा जा सके और योजना की ट्रैकिंग हो सके।
  6. बालिका के स्वास्थ्य, टीकाकरण, शिक्षा के चरणों की नियमित जांच और सत्यापन कलेक्टर द्वारा तीन माह में एक बार की जाती है।

राजश्री योजना का लाडो प्रोत्साहन योजना में समावेश

राजश्री योजना, जो पहले बालिकाओं के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती थी, अब इस नई लाडो प्रोत्साहन योजना में समाहित कर दी गई है। इसका मतलब है कि राजश्री योजना के तहत मिलने वाली आगामी किस्तें भी अब लाडो प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत ही दी जाएंगी। यह कदम योजना को और भी प्रभावी बनाने के लिए उठाया गया है ताकि सभी लाभार्थियों को एक ही योजना के तहत बेहतर सुविधा मिल सके।

लाडो प्रोत्साहन योजना का महत्व और कैसे लाभ उठाएं?

यह योजना न केवल आर्थिक मदद देती है, बल्कि यह समाज में बालिकाओं के प्रति सम्मान और उनकी शिक्षा तथा स्वास्थ्य के लिए जागरूकता भी बढ़ाती है। परिवारों को चाहिए कि वे इस योजना का लाभ अवश्य उठाएं और बालिकाओं को बेहतर अवसर प्रदान करें।

यदि आपके परिवार या आपके परिचितों के परिवार में बालिका है, तो इस योजना के बारे में जानकारी साझा करें और योजना के लिए आवेदन करें। योजना का लाभ उठाने के लिए आवश्यक दस्तावेजों को समय पर जमा करें और सभी टीकाकरण, स्कूल प्रवेश आदि की प्रक्रिया पूरी करें ताकि किश्तों का लाभ मिल सके।

निष्कर्ष

राजस्थान सरकार की लाडो प्रोत्साहन योजना 2024-25 बालिकाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ₹1.5 लाख की आर्थिक सहायता सात किस्तों में दी जाएगी, जो बालिका के जन्म से लेकर स्नातक स्तर की शिक्षा तक के लिए है। यह योजना बालिकाओं के स्वास्थ्य, शिक्षा और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के साथ-साथ समाज में लिंग भेदभाव और बाल विवाह जैसी कुप्रथाओं को कम करने में मदद करती है।

आप सभी से अनुरोध है कि इस योजना की जानकारी अपने परिवार, दोस्तों और समुदाय के साथ साझा करें ताकि ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं को इसका लाभ मिल सके। बालिका बचाओ, समाज बचाओ की सोच को आगे बढ़ाएं और इस योजना का पूरा फायदा उठाएं।

आइए, मिलकर बालिकाओं के उज्जवल भविष्य के लिए काम करें और लाडो प्रोत्साहन योजना का लाभ उठाएं।

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